Upasana

शेजारती

शेजारती श्रीधरगुरुराया ।।धृ।।
हृदयमंचकी फुलें पसरली। त्यावर व्याघ्राजिनशय्या।।
पहुडून शय्येवरती निद्रा। करा तुम्ही सद्गुरुराया।।
ज्ञानदीप ओवळीत भावें। कर्मवात ती उजळुनिया।।
अक्षयसुखसिंधू हे श्रीगुरु। केशव लीन सदा पाया।।

प्रसाद द्या आम्हांसी आता। भगवन् श्रीधरगुरूनाथा ।।धृ।।
सकला करि तूं भवपार। तव पद दास्य निरंतर।
नष्ट करि सर्व मनोव्यथा। भगवन् श्रीधरगुरूनाथा।।१।।
माया मोहि न फसो कोणी। तव नाम सतत राहो वाणी।
शांतवी सर्व जनां आर्ता। भगवन् श्रीधरगुरूनाथा।।२।।
सर्व निरामय सुखि ठेवी। प्रसाद हाचि प्रभो देई।
केशव ठेवी पदी माथा। भगवन् श्रीधरगुरूनाथा।।३।।

व्हावी पूर्ण कृपा गुरो मजवरी प्रार्थीत भावें तुला।
वारी सर्व अरिष्ट नेऊनि लया संमोह जो जाहला।
अज्ञानांध जनांसि मुक्त करुनी शांतिपदी बैसवी।
विज्ञप्ति तुज ही न मागता दुजें भक्ती तुझी ही हवी।।

रामा रामा रामा रामा रघुनंदना। रामा रघुनंदना॥
रामा रामा रामा रामा कुळभूषणा ॥१॥
रामा रामा रामा रामा जानकीपते। रामा जानकीपते।
रामा रामा रामा रामा विमलमते ॥२॥
रामा रामा रामा रामा दीनवत्सला। रामा भक्तवत्सला।
रामदास म्हणे तुझी अगम्य लीला॥३॥
रामा रामा रामा रामा रामा हो। जय रामा हो।
तारी तारी तारी तारी आम्हां हो ॥४॥
तोडी तोडी तोडी तोडी भवपाश। रामा भवपाश।
अनन्यशरण रामीं रामदास ॥५॥
राम राम राम जप सीताभिराम। जय सीताभिराम।
राम राम राम जप सीताभिराम। राजा०॥६॥

सज्जनगडनिवासी माझे रामदास माये। माझे रामदास माये।
रामदास माये माझे रामदास माये ॥धृ०॥
श्रमहरणीनिवास माझे कल्याण माये। माझे कल्याण माये।
कल्याण माये माझे कल्याण माये॥
शरयूतीरनिवासी माझे रामचंद्र माये। माझे रामचंद्र माये।
रामचंद्र माये माझे रामचंद्र माये॥
वरदापूरनिवास माझे श्रीधरगुरू माये। माझे श्रीधरगुरू माये।
श्रीधरगुरु माये माझे श्रीधरगुरू माये॥
विश्वंभरनिवास माझे श्रीधरगुरू माये। माझे श्रीधरगुरू माये।
श्रीधरगुरु माये माझे श्रीधरगुरू माये॥

सीताकांतस्मरण जय जय राम
सद्गुरु समर्थ रामदासस्वामी महाराज की जय
सद्गुरू भगवान श्रीधरस्वामी महाराज कि जय
महारुद्र हनुमान की जय
अंबामाता कि जय
आर्य सनातन वैदिक हिंदू धर्म कि जय
जय जय रघुवीर समर्थ
अवधूतचिंतन श्री श्रीधर गुरुदेव दत्त

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