Upasana

श्रीधर अष्टोत्तरशतनामावालि:

श्रीसद्गुरुप्रीत्यर्थे अष्टोत्तरशतनामपूजां करिष्ये

ॐ ॐकाराय नमः
ॐ श्रीधराय नमः
ॐ अखण्डाय नमः
ॐ अन्तरात्मने नमः
ॐ अनन्ताय नमः
ॐ अम्बुजाक्षाय नमः
ॐ अमृताय नमः
ॐ आत्मानन्दाय नमः
ॐ आनन्दकन्दाय नमः
ॐ इन्द्रियातीताय नमः ।।१०।।
ॐ ईप्सितफलप्रदाय नमः
ॐ उज्ज्वलाय नमः
ॐ उपनिषद्वेद्याय नमः
ॐ उहापोहातीताय नमः
ॐ ऋषिमुनिसम्पूजिताय नमः
ॐ ऋषीशाय नमः
ॐ एकमेवाद्वयाय नमः
ॐ एकान्तवाससन्तुष्टाय नमः
ॐ ऐहिकामुष्मिकफलप्रदाय नमः
ॐ ॐकारवपुषे नमः ॥२०॥
ॐ ओजस्विने नमः
ॐ औदार्यसम्पन्नाय नमः
ॐ कमण्डलुधराय नमः
ॐ कलिदोषविदूराय नमः
ॐ कामक्रोधापहाय नमः
ॐ कालातीताय नमः
ॐ कैवल्यदायकाय नमः
ॐ कृतकृत्याय नमः
ॐ कृपाकराय नमः
ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः ॥३०॥
ॐ क्षेमंकराय नमः
ॐ गव्हरेष्ठाय नमः
ॐ गुणातीताय नमः
ॐ गुरुवे नमः
ॐ गुरुदेवाय नमः
ॐ गुरुनाथाय नमः
ॐ घृणिने नमः
चराचरव्यापिणे नमः
ॐ चारुकाषायभूषिताय नमः
ॐ चित्सुखाय नमः ॥४०॥
ॐ चित्स्वरूपाय नमः
ॐ चिद्घनाय नमः
ॐ चैतन्याय नमः
ॐ छन्दोरूपाय नमः
ॐ जगत्पतये नमः
ॐ जगद्गुरवे नमः
ॐ जगदहिताय नमः
ॐ जितेन्द्रियाय नमः
ॐ जीवनाधाराय नमः
ॐ ज्ञानप्रदाय नमः ॥५०॥
ॐ ज्ञानभास्कराय नमः
ॐ ज्ञानसागराय नमः
ॐ ज्ञानिने नमः
ॐ तत्त्वमस्यादिबोधकाय नमः
ॐ तत्त्वरूपाय नमः
ॐ तपोरूपाय नमः
ॐ तेजः पुंजाय नमः
ॐ तुरीयातीताय नमः
ॐ त्रिमूर्तिस्वरूपाय नमः
ॐ दयानिधये नमः ॥६०॥
ॐ दिगंबराय नमः
ॐ दिव्यरूपाय नमः
ॐ दीनोद्धाराय नमः
ॐ द्वन्द्वातीताय नमः
ॐ धर्मसंस्थापनाचार्याय नमः
ॐ धूतचित्ताय नमः
ॐ नारायणस्वरूपाय नमः
ॐ नित्यानन्दाय नमः
ॐ निराभासाय नमः
ॐ निरालम्बाय नमः ॥७०॥
ॐ निरञ्जनाय नमः
ॐ परब्रह्मणे नमः
ॐ परमहंसाय नमः
ॐ पूज्यपादाय नमः
ॐ पूर्णानन्दाय नमः
ॐ भक्तरक्षकाय नमः
ॐ भक्ताभीष्टवरप्रदाय नमः
ॐ भगवते नमः
ॐ भवबन्धविमोचकाय नमः
ॐ मङ्गलाय नमः ॥८०॥
ॐ मङ्गलप्रदाय नमः
ॐ मञ्जुलभाषिणे नमः
ॐ मुमुक्षुजनजीवनाधाराय नमः
ॐ मोक्षप्रदायकाय नमः
ॐ मोक्षश्रीधराय नमः
ॐ मोक्षानंदाय नमः
ॐ योगीराजाय नमः
ॐ रसस्वरुपाय नमः
ॐ लोकबन्धवे नमः
ॐ लोकैकनाथाय नमः ॥९०॥
ॐ वरदपुरनिवासाय नमः
ॐ वेदवेद्याय नमः
ॐ वैराग्यनिधये नमः
ॐ वन्द्याय नमः
ॐ शरण्याय नमः
ॐ शान्तिदायकाय नमः
ॐ शुभदाय नमः
ॐ श्रीधरेशाय नमः
ॐ षड्गुणैश्वर्यसम्पन्नाय नमः
ॐ सच्चिदानन्दाय नमः।।१००।।
ॐ सत्यधर्माय नमः
ॐ सद्गुरवे नमः
ॐ सनातनाय नमः
ॐ सर्वदेवात्मने नमः
ॐ सर्वज्ञाय नमः
ॐ स्वानन्दाय नमः
ॐ हंसाय नमः
ॐ हृत्पद्मखमणे नमः ।।१०८।।

ॐ सद्गुरु श्रीधराय नमः अष्टोत्तरशतनामपूजां समर्पयामि।

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